5 Simple Statements About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Explained
5 Simple Statements About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Explained
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इस साधना के जरिये हम शक्तिशाली मोहिनी वशीकरण का प्रभाव पैदा कर सकते है.
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कामाख्या वशीकरण मंत्र को प्रयोग करते समय सभी नियमों और धार्मिक आदेशों का पालन करना चाहिए। यह एक प्राचीन और शक्तिशाली तंत्रिक तकनीक है, जिसे विशेष ध्यान और समझ से प्रयोग किया जाना चाहिए।
माला मूंगे की होनी चाहिए और धूप-दीप भी रखे.
कामाख्या वशीकरण मंत्र के प्रयोग की प्रक्रिया में विशेष ध्यान देना चाहिए। यह मंत्र किसी भी शक्तिशाली व्यक्ति या तंत्रिक आचार्य के मार्गदर्शन और अनुशासन में ही किया जाना चाहिए। यदि इसे गलत तरीके से प्रयोग किया जाता है, तो यह नकारात्मक प्रभाव भी दे सकता है।
साधक तीन पान का बीड़ा लेकर तीनों को इक्कीस इक्कीस बार अभिमन्त्रित करे और एक-एक करके जिस भी स्त्री को खिलायेगा, पहला पान खाकर वह स्त्री मित्रता करेगी। दूसरा पान शारीरिक सम्बन्ध बनायेगी और तीसरा पान खा लेने के बाद साधक के अलावा कभी किसी के बारे में सपने में भी नहीं सोचेगी। यह अति प्रबल वशीकरण प्रयोग है।
इससे आपका कार्य फलित होगा ही मोहन का प्रभाव भी बना रहेगा.
वशीकरण एक प्राचीन विधि है जो, यदि सही तरीके और सकारात्मक इरादे के साथ की जाए, तो जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। यह न केवल रिश्तों को सुधारने में मदद करता है, बल्कि आत्मविश्वास और आकर्षण बढ़ाने में भी सहायक है।
पुष्प वशीकरण, में फूलों के जरिए किसी व्यक्ति को अपने वश में किया जाता है। अधिकांश मामले में यह मंत्र प्रेमी प्रेमिका के ऊपर प्रयोग किया जाता है। इससे उनके check here भीतर प्रेम जाग जाता है।
त्रीं त्रीं त्रीं हूं, हूं स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं हूं हूं त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा
जाप के बाद केसर, गंगाजल आदि मिश्रित सिन्दूर का तिलक लगाएं। तिलक लगाते ही सम्मोहन की शक्ति प्राप्त हो जाती है। जो भी तुम्हें देखेगा वह मोहित हो जाएगा.
वशीकरण मंत्र के अलावा, आप अन्य टोटके और उपायों का भी उपयोग कर सकते हैं जो वशीकरण में मदद कर सकते हैं। ये उपाय विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे कि यंत्र, धार्मिक प्रयोग, धूप, दीपक, रत्न, या धारण किए जाने वाले वस्त्र। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप इन उपायों को सही ढंग से और संबंधित विधि का पालन करते हुए कर रहे हैं।
इस पुस्तक में आठ सिद्धियां दी गई हैं जिनको कि विधिपूर्वक करने से मनुष्य अवश्य सफल होता है। वह सिद्धियां इस प्रकार हैं। (१) वशीकरण विद्या (२) आकर्षण विद्या (३) अष्टसिद्धि (४) कायाकल्प विद्या (५) यक्षणी साधन (६) भूत विद्या (७) ओझा विद्या (८) यन्त्र, मन्त्र और तन्त्र विद्या । वह विद्या ऐसी हैं यदि विधिपूर्वक की जायं तो पूरा २ अब भी असर करती हैं। लेकिन सिद्धि कार्य कर्त्ता पर निर्भर है।
पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।